लड़कों के लिए
- कभी सुबह होती थी आपको देख कर,
आपको देख कर ही चांद निकलता,
अब आलम कुछ यूं हैं मेरे महबूब,
कि ये जुदाई का मौसम है हमें खलता।
- दिन ये कट जाते हैं लेकिन,
रातें चांद को देख कर हैं कटती,
बैंगलोर से दिल्ली तक की दूरी,
सात समंदर पार जैसी है लगती।
( यहां आप अपने शहरों के नाम डाल सकते हैं )
- ये दूरियां लेती हैं,
सबके प्यार का इम्तिहां,
उन्हें भी साबित करना पड़ा था,
जिन्होंने कर दी थी प्यार की इन्तेहां।
- आप वहां और हम यहां हैं, खुशी अब कहां है,
हमने सोचा था हर सुबह होगी आपको देख कर,
अब लगता है यूं कि सूरज भी वहां है, आप जहां हैं।
- सच्ची मोहब्बत के आगे ये दूरियां भी हार जाएंगी,
पतझड़ के मौसम के बाद, जीवन में फिर बहार आएगी।
- हमारे बीच है दूरियां, लेकिन दिलों में प्यार है,
जाना, ये हमारी नहीं, इन फासलों की हार है।
- न घर एक, न गली एक, न शहर एक,
फिर भी लगता है कि तुम दिल के पास हो,
शायद इसलिए कि हमारा आसमां है एक।
- हमारे बीच की ये दूरी अब सही नहीं जाती,
शाम सवेरे अब सिर्फ तेरी याद है आती,
तेरे साथ की आदत लगी थी इस कदर,
मुझे इन दिनों अपनी सहेलियां भी नही भाती।
- दिल चाहता है कि अब मिटा दूं ये फासले,
दिल चाहता है कि लग जाऊं अब तेरे गले,
तुझसे मिलकर फिर कभी न दूर जाऊं मैं,
सिर्फ यही सपना अब मेरी आंखों में पले।
- कल रात चांद से पूछा मैंने,
कि क्या है मेरे महबूब का हाल,
चांद ने मुस्कुरा कर पूछा,
क्या हर रोज करोगी एक ही सवाल?
- हम दोनों शायद दो पैरेलल लाइन की तरह हैं,
साथ चल तो रहे हैं, पर न जाने मिलेंगे कब।
- ये दूरियां हमें थोड़ा और नजदीक लाएंगी,
दरमियां रहकर, प्यार हमारा बढ़ाएंगी,
साथ रहने का वादा किया था हम दोनों ने,
कुछ मिलो की दूरियां क्या हमें जुदा कर पाएंगी।
- जुदा हो तुम, पर हमेशा हो मुझमें शामिल,
फासलों के बाद भी, हमारा इश्क होगा कामिल।
- इन दिनों कोई और ख्याल मुझे आता नहीं,
तुम्हारे अलावा अब चेहरा किसी का भाता नहीं,
अब इस कदर दूर हो तुम मेरी नजरों से,
आपको देखे बिन ये चेहरा मुस्कुराता नहीं।
- ये दिल कुछ आवारा हो गया है,
जीवन मेरा कुछ बंजारा हो गया है,
तुम कुछ दूर क्या गए इस शहर से,
यहां दुश्वार गुजारा हो गया है।
- ये दिल अक्सर सोच में डूब जाता है,
तुम पास होते तो कुछ और होते अफसाने,
इन फासलों के कारण, सनम,
दिल गा रहा है दूरियों के फसाने।
- रब से हर रोज यही फरियाद करती हूं,
जल्द तुमसे मिलने की आस करती हूं,
एक दिन भी नहीं गुजरता ऐसा सनम,
जिस दिन न मैं तुम्हें याद करती हूं।
- तेरा नाम लिख लिखकर भर दिया,
अपनी डायरी का हर एक सफा,
जब भी धड़कता है ये दिल,
तुम्हें याद करती हूं मैं हर दफा।
- कहता है ये दिल दीवाना,
तुम सिर्फ मेरे हो जाना,
प्यार में आए जितने भी फासले,
कभी इस जिंदगी से दूर न जाना।
- दूर रहकर भी तुम रहते हो मेरे पास,
आपकी हर बात मेरे लिए है खास,
यकीन करो, करो मेरी बात पर विश्वास,
कितना खूबसूरत है आपके होने का एहसास।
- फासले हैं दरमियां, ये भी कोई बात हुई?
दूर बैठे हैं इतने, ये भी कोई बात हुई?
जनाब, मोहब्बत है ये, कोई जंग नहीं,
इस कदर तड़पाना, ये भी कोई बात हुई?
- दिल में सिर्फ तेरी याद बसी है,
तेरी सूरत से ज्यादा न कोई हसीं है,
तुझे क्या बताऊं और इस दिल का हाल,
तेरी मुस्कान से ही इन होठों पर हंसी है।
- मेरी नजरों को रहता है सिर्फ तेरा इंतजार,
तुझे देखे बिना न आए मेरे दिल को करार,
कब आओगे? कब थामोगे मेरा हाथ?
तेरी सूरत देखने को ये आंखें हैं बेकरार।
- ये दिल दे रहा है ये सदा,
तू मेरे पास आ जरा,
देख आकर क्या है मेरा हाल,
जैसे बिन अंबर ये धरा।
- मन में एक बात है रुकी हुई,
जिसे अब होठों तक लाना है,
न बोल पाए गर ये जुबां तुमसे कभी,
दर्द-ए-जुदाई तुम्हें आंखों से सुनाना है।
लेख के अगले भाग में पढ़िए लड़की के लिए लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप शायरियां।
लड़की के लिए
- बारिश का मौसम है,
तुम याद बहुत आती हो,
क्या वहां भी भीगी चुनरी ओढ़े,
तुम गीत प्रेम के गाती हो?
- शाम-ओ-सहर मेरा मन तुम्हें पुकारता है,
ये दूरियों का मौसम इतना क्यों सताता है?
- मैं लिखता हूं इन खतों में,
अपने प्यार के एहसास,
इन्हें पढ़कर याद रखना,
हर कदम पर मैं हूं तुम्हारे पास।
- तेरी सूरत है बसी इन आंखों में कुछ इस कदर,
कि अब इन्हें किसी और को देखने की चाह नहीं,
तेरी याद है बसी इस दिल में कुछ इस कदर,
कि अब इसे खुद की सुध, अपनी परवाह नहीं।
- लिखें हैं लाखों ख़त मैंने तुम्हारे नाम,
हर ख़त में लिखा है, बस एक ही अरमान,
रहूं तुम्हारे पास, अब दूर कहीं न जाऊं,
तू ही दिल है, तू ही है मेरी जान।
- मैंने कहा, जरा बात सुनती हो,
बड़ी याद आ रही है तुम्हारी,
जरा कभी थोड़ा तो वक्त निकालो,
तुम भी ले लो कभी खबर हमारी।
- रहते थे पनाहों में जिनकी,
उनसे अब मीलों की दूरी है,
प्यार के रास्ते में हो गए यूं जुदा,
ये कैसी हमारी मजबूरी है।
- तेरे गालों को छूने को ये दिल चाहता है,
तेरा हाथ थामने को मन मचल सा जाता है,
वैसे तो कई दोस्त हैं यहां हमारे,
पर तू नहीं है तो कोई नहीं हमें भाता है।
- इस मोहब्बत की राह में भी,
दर्द-ए-जुदाई हम सहते हैं,
हर रात यही सोच कर गुजरती है,
कि एक आसमान के नीचे हम रहते हैं।
- आसान हो जाती जिंदगी अगर दुनिया से दिल की हर बात हम कह पाते,
उससे भी आसान होता जीना, अगर ताउम्र बस साथ तुम्हारे हम रह पाते।
- कैसे बताऊं तुम्हें कि कैसा मेरा हाल है,
तुम्हारे बिना मैं जैसे होली बिना गुलाल है,
अब रहा नहीं जाता तुम्हें देखे बिना,
तुम्हें बिन देखे हर दिन जैसे एक साल है।
- ये दिल कहता है पास तुम्हें बुलाऊं,
पास बुला कर, साथ तुम्हें बिठाऊं,
फिर हाथों में लेकर हाथ तुम्हारा,
मैं प्यार के नए गीत, नए तराने गाऊं।
- मन में अक्सर ये सवाल उठता है,
मेरे बिना अब तुम किसे सताती हो,
सच बताओ इन फासलों के रहते,
क्या रात को सो भी पाती हो?
- मेरी नजरों में एक तेरी सूरत बसती है,
मैं मुस्कुराता हूं, जब भी तू हंसती है,
मन करता है आ जाऊं उड़कर तेरे पास,
तुझसे मेरी पहचान, तुझ से ही मेरी हस्ती है।
- कहता हूं तुमसे अपने दिल का मलाल,
दूर होकर तुमसे है मेरा अब बुरा हाल,
पास आ जाओ, फिर कभी न दूर जाने के लिए,
तुम बिन बेसुरा जिंदगी का हर सुर, हर ताल।
- कल शाम नाम तुम्हारा होठों पर आ ठहरा,
रात भर मुझे याद आता रहा वक्त वो सुनहरा ,
तेरी सांवली सूरत घूमती रही आंखों के आगे,
और मैं खड़ा था दर पर तेरे, बांध कर सेहरा।
- तुझसे दूरी भी तो हमें मंजूर नहीं,
मेरा इश्क शायद रांझे-सा मशहूर नहीं,
की है मैंने मोहब्बत अपने पूरे दिल से,
कैसे कह दूं, मुझे इस प्यार पर गुरूर नहीं।
- आंखें बंद करके भी सिर्फ तुम्हें देखता हूं,
आंखें खोल कर सिर्फ तुम्हें देखना चाहता हूं,
क्या हुआ अगर आ गई दो शहरों की दूरी,
मैं होंठों पर सिर्फ नाम तुम्हारा रखता हूं।
- दूर रहकर भी तुम हर दम पास रही हो,
जिंदगी का एक खूबसूरत एहसास रही हो,
मैंने देखे ही नहीं सपने किसी और के कभी,
तुम मेरी पहली और आखिरी आस रही हो।
- भले ही कितने मजबूर हों हम, लेकिन प्यार में रहें,
मुसाफिर रहें चाहे सदा, मंजिल के इंतजार में रहें,
दुआ है मेरी खुदा रहमतों से नवाजे इश्क अपना,
ताउम्र हम इस मोहब्बत के पाकीज़ा खुमार में रहें।
- दूरियां कब मिटा सकी हैं प्यार का अफसाना,
ख्वाबों में मिल जाते हैं हम आशिक दिलवाले,
चलो छोड़ छाड़कर दुनिया भर की शिकायतें,
तुम ये प्यार संभालों, हम तुम्हारें ख्वाब संभालें।
- हिचकियां आजकल कुछ ज्यादा आती हैं,
तुम नहीं हो तो सांसें जैसे आधा आती हैं,
कभी आती है याद उन गुजरे पलों के साथ,
कभी ये यादें बेहिसाब, बे-इरादा आती हैं।
- आज एक पुरानी किताब मिली,
खोली तो अंदर मिले कुछ सूखे फूल,
उस फूल को देख कर याद आया,
आपका पंखुड़ी-सा चेहरा जैसे पारुल।
- याद आती हो तुम, तो ये आंखें भर आती हैं,
दिन कट जाते हैं, ये रातें बहुत सताती हैं,
खुश किस्मत हूं कि साया हो तुम मेरा,
जैसे चांदनी, चांद का साथ निभाती है।
- भले अपने हिस्से में मुलाकातें नहीं आईं,
बाहों में गुजर जाती वो रातें नहीं आईं,
आंखों से बरसा लेंगें पानी, बहारें आएंगी,
क्या हुआ जो अपने यहां बरसातें नहीं आईं।
दोस्तों, दो प्यार करने वालों के लिए एक दूसरे से दूर रहना आसान नहीं है, लेकिन कई बार कुछ हालातों के चलते दूरी आ सकती है। ऐसे में, लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में होने के बाद भी दोनों के बीच प्यार बना रहे, इससे अच्छी बात और क्या हो सकती है। हम आशा करते हैं कि यहां लिखी गईं लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप शायरियां आपको पसंद आई होंगी। तो आज ही इनकी मदद से दूर बैठे अपने प्यार को बताएं कि वे आपके लिए कितने जरूरी हैं और आप उनसे कितना प्यार करते हैं।
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- Author
Aviriti Gautam
आवृति गौतम ने सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ बिहार से मास कम्युनिकेशन में एमए किया है। इन्होंने अपने करियर की शुरूआत … more